तू रहे न रहे जमाना ये ही कहे कृति ये जोअद्वितीय बने। तू रहे न रहे जमाना ये ही कहे कृति ये जोअद्वितीय बने।
विचारों को शब्दों में प्रकट कर वो कविता गढ़ते जाता है। विचारों को शब्दों में प्रकट कर वो कविता गढ़ते जाता है।
बातें. हाँ शायद मैं इन्ही बातों में आ गई। बातें. हाँ शायद मैं इन्ही बातों में आ गई।
जो तू करता शुभ ही करता, क्या मांगू तुझसे हे पालनहारा। जो तू करता शुभ ही करता, क्या मांगू तुझसे हे पालनहारा।
पर तेरी अनुपम कृति पर प्रभु, विकट राक्षस की छाया है पर तेरी अनुपम कृति पर प्रभु, विकट राक्षस की छाया है
हर धाम, तीर्थ माँ के चरणों में मानता हूं मां तुझको में ख़ुदा माना करता हूं। हर धाम, तीर्थ माँ के चरणों में मानता हूं मां तुझको में ख़ुदा माना करता हूं।